हमने जब जब दर्शन माँगा
हमने तो जब जब दर्शन माँगा ,साफ इंकार मिला जाने वो भगत थे कैसे,जिनको खुद श्री श्याम मिला, हमने तो
हमने तो जब जब दर्शन माँगा ,साफ इंकार मिला जाने वो भगत थे कैसे,जिनको खुद श्री श्याम मिला, हमने तो
श्री श्याम महाने थांके धाम बुलाओ बाबा श्याम ॥ नैना तरसे रात दिन मनरो लाग नाइ हिवड़े माहि आपकी सूरत
लागे प्यारो यो हरबार, आऊँ जद-जद मैं दरबार लागे प्यारो यो…. दुनिया पे जो हुक्म चलावे-॥, खाटू की सरकार लागे
थाने परदे में राखा जी बाबा श्याम,नजर लग जावेळी लूण राइ वारो,नजर उतारो २ जिसने तुम्हे बनाया बाबा, सुन्दर खूब
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता हे कान्हा तेरे दर्शन को तेरा दास तरसता हे जन्मो पे जनम
क्यों रो रहा है तू क्यों रो रहा है, बन के पिता जब ये बेठा है तो तू क्यों रो
आजा ना आजा ना मेरे श्याम आ जा ना हारे के सहारे दिल तुज्को पुकारे, कोई न हमारा है तुझ
आता जो श्याम के दवारे,उसके तो बारे न्यारे , तेरी भी बाह पकड़ ले बाबा से प्रीत बड़ा ले, आँखों
लुट गया सरकार मेरा अपने भगतो के लिए, अपने भगतो के लिए श्याम अपने भगतो के लिए, हार भी जाता
ज़रा ध्यान से देखो सूरत मत वाली है, मेरे श्याम सलोने की हर बात निराली है, है चाँद सा मुखड़ा