
तेरा बिना श्याम हमारा नही कोई रे
तेरे बिना श्याम, हमारा नहीं कोई रे । हमारा नहीं कोई रे, सहारा नहीं कोई रे ॥ तेरे बिना श्याम,

तेरे बिना श्याम, हमारा नहीं कोई रे । हमारा नहीं कोई रे, सहारा नहीं कोई रे ॥ तेरे बिना श्याम,

बाबा खाटू श्याम हमारे तुम हो हारे के नाथ सहारे लख दातार है, तेरी जग में तो हॉवे जय जय

मेला फागुन दा लगदा श्याम दरबार सांवरिया करदा ऐ भगता दा बेडा पार ओ मेला फागुन दा मुकट सजाये उते

जब जब चलती रहे मेरी सास तब तक रेहना तू मेरे आस पास, जब जब चलती रहे मेरी सास बाबुल

लो भगतो अब आ गया मौका, मौका है ये बड़ा अनोखा, घडी सुहानी आई जी, अब चल सांवरे सेठ के,

सोया नसीबा श्याम प्रभु ने मेरा जगाया है, इसी लिए बाबा ने मुझे खाटू में बुलाया है…….. श्याम से नजरे

केसर भरे ये मटके मंगाए संवारे को रंग में डुबाये, होली के दिन मेरे संवारिये क्यों परदे में तू छिप

मेला फागुन का आया है खाटू धाम बाबा ने बुलाया है, चलो प्यारे भगतो श्याम को मनाये काली कमली वाले

मेरी इस ज़माने में हस्ती न होती, अगर तुम न होते अगर तुम न होते, किनारे पे मेरी कश्ती न

चाहता है सावरिया कोई ऐसा भी आ जाए, हाल पूछ जाये मेरा हाल पूछ जाये, यु तो लाखो आते है