
अपना खाटू स्वच्छ हो | खाटू श्याम मंदिर भजन
श्याम…जय जय श्याम… श्याम…जय जय श्याम… सारे श्याम प्रेमियों का आवो एक लक्ष्य हो, लेलो ये संकल्प की अपना खाटू

श्याम…जय जय श्याम… श्याम…जय जय श्याम… सारे श्याम प्रेमियों का आवो एक लक्ष्य हो, लेलो ये संकल्प की अपना खाटू

जब तक फागुन मेला तेरा आता नहीं, हाथो में निशान मेरे लहराता नहीं है, न चैन मुझे नींद है आती

तुम पग पग पर समझाते, हम फिर भी समझ न पाते ये कैसा दोष हमारा, हम गलती करते जाते ।

श्याम धनि मेरा ये पूरा काम करो अपने भगतो में मेरा भी तुम नाम करो अपने नाम से सुबह मेरी

सबसे अलग है सबसे खरी है, बड़ी रुतबे वाली तेरी नौकरी है कहते है वो जिसने सेवा करि है बड़ी

नजदीक मेरे आने में आफत घबराती है, मेरे सर पर श्यामधणी की मोरछड़ी लहराती है , कोई श्यामधणी के

दरबार से बाबा श्याम के खाली ना कोई जाता जिसको भी देखो वो झोली भर भर कर ले जाता बोलो

खाटू ना आऊँ तो जी घबराता है, देख के तुझको दिल को मेरे चैन आता है, ये तेरी कृपा है

भगतो ने मिलकर किया है छप्पन भोग त्यार जी, जीमो सरकार जी जीमो सरकार जी लाडू पेड़ा और बर्फी कलाकंद

श्याम जीने का आधार है इनके चरणों में संसार है, इनकी सेवा में रहता मगन हर घडी मेरा परिवार है,