
द्वारा खोल के रखना श्याम के
द्वारा खोल के रखना श्याम के आज तेरे भगत ने आना है, के आज तेरे लाल ने आना है, द्वारा

द्वारा खोल के रखना श्याम के आज तेरे भगत ने आना है, के आज तेरे लाल ने आना है, द्वारा

चाहे ख़ुशी हो चाहे गम हो , आंखे जब भी नम हो , मुझे संवारा नजर आये, मन भी हो

जिस पर भी ओ बाबा तेरा रंग चढ़ जाता सारे जीवन वो तो फिर मौज उड़ाता है, भर भर के

इक दिन पूछा श्याम से मैंने तू मेरा क्या लगता है, इतना ध्यान रखे न कोई जितना तू मेरा रखता

खाटू में ये चमत्कार देखा, याहा मूर्ति भी बोले पहली बार देखा, खाटू में ये चमत्कार देखा पहले तो लगती

भरदे रे झोली श्याम होती है जग में हसाई, तूने हारो की करि है सहाई, झूठी है जग की रीत

मैं श्याम नाम जपू जग जानता श्याम बिना दिल नहीं लगता कभी चाँद तो कभी सूरज सा सांवरे का मुखड़ा

मुझे तुमसे मिला है प्यार तूने इतना दिया दातार करूँ तेरा शुक्रिया मैं तुमसे कहूं हर बार तूने इतना दिया

बाँध के पगड़ी ले हाथ निशान चले दीवाने खाटू धाम हार के जो भी आया खाटू नगरी बनते बिगड़े काम

हाथ जोड़ कर मांगता हूं, ऐसा हो जनम, तेरे नाम से शुरू, तेरे नाम पे खत्म।। तेरे चलते बनी मेरी