
रो रोकर फरियाद करां
आजा श्याम धनि आजा श्याम धनि रो रोकर फरियाद करां , विपदा बहुत घणी आजा श्याम धणी घटाए सिर पर

आजा श्याम धनि आजा श्याम धनि रो रोकर फरियाद करां , विपदा बहुत घणी आजा श्याम धणी घटाए सिर पर

सजने का हैं शौकीन,कोई कसार न रह जाये ऐसा कर दो श्रृंगार,सब देखते रह जाये सजने का है शौकीन………. जब

सांसो के टूटने लगे श्याम डोरे, देदो दर्शन श्याम मुझको मिले है दिन थोड़े, क्या पता पल का ये दुनिया

कौन सुनेगा किसको सुनाऊं, किसलिये चुप बैठे हो छोड़ तुझे मैं किस दर जाऊ, किसलिए चुप बैठे हो मेरी हालत

तू कलयुग अवतार है हर जगह तेरी सरकार है मेरे श्याम धनि का ये प्यार है, ये श्याम भक्त का

हारे का सहारा है मेरी आँखों का तारा है, खाटू में बैठा श्याम लगे जान से प्यारा है, हारे का

श्याम धनि का फागण मेला आ गया, सोणा सोणा श्याम सलोना, फागण का रंग भक्तों पर है छा गया, सोणा

भोला भाला मुखड़ा है चाल मतवाली, अपने भक्तो की बाबा करे रखवाली, लाखो दीवानों को सम्बाल ने वो आया है,

भगतो झूमो नाचो गाओ घडी फागुन मेले की आई, साल भर इंताजर की घड़ियाँ श्याम भगतो की रंग है लाई

तेरे खाटू के मंदिर में, उड़ रही फागुन की रे बहार , लगी है भक्ता भीड अपार , बरस रही