
जब साथ है तेरे श्याम धनि फिर मन क्यों तेरा गबराता है,
दर दर क्यों मांगता फिरता है जब सेठ संवारा साथ में है अब उड़ के आसमा छु ले तू तेरी

दर दर क्यों मांगता फिरता है जब सेठ संवारा साथ में है अब उड़ के आसमा छु ले तू तेरी

तू भी बन जा दीवाना श्याम नाम का फिर जादू चलेगा मेरे श्याम का प्यारे कर ले भरोसा मेरे श्याम

तेरी प्यारी आखो का जादू , दिल पे रहा न मेरे काबू, मैं तो तुझमे खो गई हु मैं तो

रखवाला मेरा श्याम धणी मुझे डर ने की क्या बात, मेरे सिर पे हर दम रहता श्याम धनि का हाथ,

ज़िन्दगी की राहों में तू श्याम धुन गाये जा भटकने ना पायेगा तू श्याम को मनाये जा ज़िन्दगी की राहों

सूंदर तेरी हवेली हो बाबा नाम बड़ा है तेरा , खाटू जी मैं धाम हो बाबा सब ने आसरा तेरा,

कैसे बताओ मैं तुम्हे क्या ये श्याम करता है, खाटू में बैठा मेरा संवारा सब का गुजारा करता है, मौज

धड़कने ये मेरी बाबा अमानत है आपकी, ज़िन्दगी का तोफा मुझको आप से मिला, रोम रोम करता बाबा अरदास है,

म्हारो सेठ है नीले असवारी, बाबा श्याम से हुई है महारी यारी, माहने राजी ख़ुशी जो राखे जी, म्हारो सेठ

इतना दिया है जिसका बाबा न था मैं हकदार, शुकरीयाँ लखदातार शुकरीयाँ लख्दातर, आज जो कुछ भी हु तेरे एहसान