
माहने जग की दे दरकार
माहने जग की दे दरकार साची है माहरो श्याम धनि, सांवरो धनि जी माहरो सांवरो धनि , माहने जग की

माहने जग की दे दरकार साची है माहरो श्याम धनि, सांवरो धनि जी माहरो सांवरो धनि , माहने जग की

साँवरे से हो अपना मिलन हम करे कोई ऐसा यत्न, तू लगा कर तो देखो लग्न इनके जैसा नहीं है

नजारा वो खाटू का क्या कहना, नजारा वो खाटू का यहाँ बैठा बाबा श्याम मेरा, है खुशिया बाँट रहा, चलो

धाम खाटू मन भायो मैं दौड़ कावड़ी आयो बांध गाठरी थारी खातिर माखन मिश्री लायो, सहरो जिहने मिले श्याम तेरो

तेरा शुकर करूँ हर बार ऐ खाटू वाले तेरे गिनूँ उपकार ऐ खाटू वाले तेरा शुकर करूँ………… जब जब मुझपे

देख तेरे भक्तो की हालत,क्या हो गयी बाबा श्याम थारो दुनिया में हे नाम २…… मंदिर की सोभा अति प्यारी,भीतर

मेरे दिल को भाता है जब कोई कहता है जय श्री श्याम जी, मुझे चैन आता है आके खाटू वाले

बाबा तुम्हारे दिल में बस ये प्यार कम ना हो तुमसे बिछड़ना हो लिखा उस रात हम ना हो बाबा

जय जय बाबा श्याम..जय जय खाटू धाम.. जय जय बाबा श्याम..जय जय खाटू धाम.. ये राज दिलो पे करता है

तेरी भोली भाली शान देख हो गया कुर्बान मैं, क्या मोर छड़ी जादू सा कर गी सारे जहां में, हर