रंग चढ़ा है रे श्याम रंग चढ़ा है
फागुन का श्याम भगतो पे सरूर चढ़ा है, रंग चढ़ा है रे श्याम रंग चढ़ा है, भगतो से मिलने बाबा
फागुन का श्याम भगतो पे सरूर चढ़ा है, रंग चढ़ा है रे श्याम रंग चढ़ा है, भगतो से मिलने बाबा
तू खाटूवाला है तू लीलेवाला है जग रखवाला है, मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम बाबा श्याम दुखन लागी है
मेरे खाटू के श्याम मेरे बन गए सारे काम, कैसे करू बाबा तेरा शुक्रियां, जो भी माँगा मैंने तुझसे तूने
तेरे दर पे आके बाबा चरणों को थाम लूंगा, मेरी जिंदगी के मालिक मैं तेरा नाम लूंगा, तेरे दर पे
तर्ज- ऐ मेरे वतन के लोगो हे श्याम हमें ये वर दो,निस दिन तेरा गन गाये, हर साँझ सवेरे बाबा,तेरे
बाबा तेरे चरणों में जीवन ये गुजर जाएं, जिस और भी मैं देखु मुझे तू ही नजर आये, बाबा तेरे
क्यों बैठा है चुप चाप क्यों बिगड़ गये हालत, सब कहते है तू देख रहा फिर बिगड़े क्यों हालत श्याम
खाटू में धूम मचा लो जन्मदिन श्याम का है, आज सब को नचा लो जन्मदिन श्याम का है, सारे भगतो
के संकट आता है के दिल गबरता है, मेरी हर मुश्किल का मेरा ये हल बन जाता है, मैं गर्व
खाटू वाले श्याम प्रभु हमे दर्शन तो दिखला, तेरे भक्त पुकारे द्वार खड़े हमे ऐसे न तरसा, बड़ी दूर से