मन उलझन मे फंस जाये तो खाटू चलो
मन उलझन मे फंस जाये तो खाटू चलो, संकट से जी गबराये तो खाटू चलो, जग का पालनहार वही है,
मन उलझन मे फंस जाये तो खाटू चलो, संकट से जी गबराये तो खाटू चलो, जग का पालनहार वही है,
तमना ये दिल की मेरी श्याम प्यारे, रुके स्वास जब भी चरण हो तुम्हारे, है बेजान सुनी ये दुनिया की
बाबा कोई ऐसी व्यवस्था सजा दो, दर्शन है मुश्किल आसान करवा दो, आये हुए भगतो का मान बड़ा दो, बाबा
आयें हैं मेरे बाबा, लीले सवार चढ़ के, मेरे साथ यूँ हीं रहना, तुम यार मेरे बन के, आयें हैं
श्याम बाबा के भगत कितने बड गये, जो ज़मीन पे थे वो आसमान पे चढ़ गये, जिसने किया भरोसा वो
श्याम भजो पश देख भजो, तेरा बिगड़ा काम बनावे गो, खाटू वाला श्याम धनि तेरा ओड में आडो आवेगो, सुबह
मत घबरा नादान श्याम तेरा आयेगा, आयेगा आयेगा आयेगा हो नीले पे सवार श्याम तेरा आएगा जब भी पुकारा वो
हमारे घर में भी रोटी तेरे खाटू से आती है, ख़ुशी छोटी सी भी छोटी तेरे खाटू से आती है,
मेरे श्याम जी आएंगे जरा देर लगे गी, हम उन्हें रिजायेगे जरा देर लगे गी, मेरे श्याम जी आएंगे जरा
फागण का मेला है और चढ़ी खुमारी है, बाबा के दर्शन को मेरे मन में आ रही है, हाथो में