श्याम दरबार है ऐसा
जिसको ठुकराया दुनिया ने उसको मिला सहारा श्याम दरबार है ऐसा, जिसने दिल से लगन लगाई हो गया वारा न्यारा
जिसको ठुकराया दुनिया ने उसको मिला सहारा श्याम दरबार है ऐसा, जिसने दिल से लगन लगाई हो गया वारा न्यारा
बसों हमारे मन मंदिर में सांवरियां सरकार प्रभु मुझे ऐसा वर दो. थाम लो मेरी ब्याह मुरारी आन खड़ी तेरे
बाबा तेरी दया पे ही पलता परिवार मेरा, कैसे भूलूगा बता मैं ये उपकार तेरा, बाबा तेरी दया पे ही
कीड़ी ने कण हाथी ने मण, सगलो हिसाब चुकावे है, खाटू माही बैठा संवारा सारा खेल रचावे है , जो
खाटू वाले शीश के दानी मैं तो तेरी हुई दीवानी, श्याम सवारियां हमने अपनी तेरे नाम लिखी ज़िंदगानी, खाटू वाले
मेरे होठो पे हो तेरा नाम के जब मेरे प्राण निकले, गाये रसना भी जय श्री श्याम जब मेरे प्राण
खाटू की गलियां सजी सजा सुंदर दरबार है, ग्यारस की रात है बाबा का साथ है, बाबा के दरबार की
भजनों की गलियों में कही तू मुझे मिल जाए, मैं तुझसे लिपट जाऊ तू मुझसे लिपट जाए, तुम से मिल
मुझे चढ़ गया श्याम का रंग रंग, मुझे चढ़ गया श्याम का रंग, खाटू वाले श्याम का मीरा के घनश्याम
कलयुग में बाबा श्याम ने वो काम किया है जो आया गिरते पड़ते उसे थाम लिया है होता ना जिसका