
कभी देखा न ऐसा दरबार देखलो
कभी देखा न ऐसा दरबार देखलो, देखो देखो जी खाटू की बहार देखलो, संगमरमर झड़ी वो हवेली खड़ी यहाँ सज

कभी देखा न ऐसा दरबार देखलो, देखो देखो जी खाटू की बहार देखलो, संगमरमर झड़ी वो हवेली खड़ी यहाँ सज

मेरे खाटू के श्री श्याम तेरे नाम की चर्चा दुनिया में, तेरे नाम की चर्चा दुनिया में तेरे धाम की

हो हमारे श्याम ऐसे करम तेरा ही बनु लूँ जब जनम चाहे खुशियां मिले चाहे ग़म होगी चाहत कभी ना

जिनके घर में श्याम विराजे उनको चिंता होती नही, जिन आँखों ने श्याम को देखा वो आंखे कभी रोती नही,

न्यारे लगे प्यारे लगे खाटू नगर के नजारे खाटू में ही है संवारे श्याम प्यारे हर हारे को दुखियारे को

मेरी चाबी बाबा तेरे हाथ में घुमाये जा घुमाये जा घुमाये जा तेरे नाम का सुरूर मस्ती देता भरपूर अपनी

चरण चाकरी देदो म्हणे चरण चाकरी देदो, चरना में पड़ो रहशु म्हणे इक ठिकाना देदो, थारे बिना म्हारो कौन है

कन्हैया तेरी जीभ चटोरी रे,श्याम तेरी जीभ चटोरी रे कोई यसोदा को जायो चोर या घर घर चर्चा हो रही

कर श्याम पे भरोसा हर पल है साथ तेरे, मेरा बाबा मेरा बाबा, चरणों में सँवारे के जो बहे गी

मेरे करदिये ठाठ निराले, वाह वाह रे खाटूवाले, जबसे मैं खाटू आया जी, मेरा होगया मैं का चाहा जी, मेरे