मैं जद दुनिया ते जाऊ
मैं जब दुनिया ते जाऊ और फिर दोबारा आउ, मैं जिस भी जून में आउ ओ बाबा मेरा श्याम, यो
मैं जब दुनिया ते जाऊ और फिर दोबारा आउ, मैं जिस भी जून में आउ ओ बाबा मेरा श्याम, यो
तू जैसा भी है दिलदार तू अच्छा लगता है, तू जैसा भी है दिलदार …. तेरे हुसन का है रखवाला,
बड़ा डिसेंट सांवरिया एक्सीलेंट सांवरिया , कलयुग के देवों का प्रेसिडेंट सांवरिया, यह चाहे तो पल भर में पत्थर पर
हम श्याम नगर के वासी है, यहाँ दूध सी गंगा बहती है, सोने के महल अटारी यहाँ, मणियों से चमा
तुमसे ही मिली खुशियां तुम से ज़िंदगानी है, जो कुछ भी मैं हु बाबा तेरी मेहरबानी है, तुमसे ही मिली
श्याम धनी घर आना जी आके दर्श दिखाना जी, बिगड़े सारे काज बनाके सोया बाग़ जगाना जी, श्याम धनी घर
थोड़ा कर तू विचार बाबा सुन ले पुकार, सारी दुनिया ने लुटा मुझको मैं तो गया हार, सुनले पुकार मुस्कुराऊ
सुनले ओ खाटू वाले दुनिया के है सताए, सबने रुलाया मुझको एक तू ही तो हसाये, सुनले ओ खाटूवाले…. जीवन
हो खाटू वाले हम भी तेरे सहारे, शीश का तूने दान दिया है हारे के तुम सहारे, हो खाटू वाले
मैं तो तेरी कठपुतली तेरा हुकुम बजाऊंगा, तुम ढोर हिलाना सांवरिया मैं नाच दिखाऊ गा, मेरा वजूद कुछ नही मैं