
हम खाटू आगये
इब नही रुकागे इब नही डटा गे इब के फागुन हम खाटू चला गे हो दर पे जाके श्याम धनि

इब नही रुकागे इब नही डटा गे इब के फागुन हम खाटू चला गे हो दर पे जाके श्याम धनि

राजी राजी राखो बाबा फिर थारे दर पे आवा जी, भूल चूक म्हारी माफ़ करो फिर थारा दर्शन पावां जी,

मुझे हर कदम पे है मोहन की छाया, जगे भाग मेरे तुझे मैंने पाया, मुझे हर कदम पे है मोहन

श्याम सलोना रूप है तेरा घुंगराले है बाल, नैनो से अमृत बरसता भगतो के प्रतिपाल, शूल भरा पथ इक नजर

नजर हटती नही तुझसे गजब सिंगार सवारियां , तेरा सिंगार सांवरिया बता कैसे भला देखू मैं ये संसार सांवरिया, नजर

कौ ओम श्री श्याम बोलो जै जै श्री श्याम-, कौ बरसे-बरसे प्याार बरसे, श्याम के दरबार बरसे, बरसे बरसे श्याम

श्याम सदा सुमिरते रहना, श्याम सबका जीवन दाता है, जो इसकी शरण आ जाता, ज़िन्दगी भर वो सुख पाता है,

मुझे खाटू वाले तेरी सेवा में लगा ले, की जब तक जियु मैं मुझको दास बना ले, मुझे अपने रंग

तूने थामा जो हाथ मेरा श्याम कारवा मेरा चलने लगा, आया था दर पे तेरे चोकठ पे तेरी रोया था,

ओ सांवरे सारे सहारे छूटे जाये रूठ जाये लोग हमसे क्या हुआ, मेरा सहारा है तू मेरा सहारा है तू