
रोटी हुई आँखों को तूने ही हसाया है
रोटी हुई आँखों को तूने ही हसाया है, तूने इस जीवन को जीना भी सिख्या है, रोटी हुई आँखों को

रोटी हुई आँखों को तूने ही हसाया है, तूने इस जीवन को जीना भी सिख्या है, रोटी हुई आँखों को

नज़र से नज़र यु ना श्याम चुराओ, नजर से नजर को ज़रा तुम मिलाओ, निगाहों से अश्को का बादल बरसता,

दुनिया में एक स्वर्ग है जिसको कहते खाटूधाम सबकी सुनता है वहां पे बैठ के बाबा श्याम वहां की माटी

मेरे श्याम हे घनश्याम ब्रिज में आया है तूफ़ान, पानी ही पानी चारो और फैला मुस्किल में है जान, तू

डाकिया जा रे.. श्याम ने संदेशो दीजिये, श्याम ने जायत कहे दिज्ये, भगत थारे दर्शन ने तरसे, डाकिया जा रे

तेरे चरणो से है मुझे प्यार साँवरे, मेरी डूबे नैया, कर पार साँवरे, तेरे होते डूबे नैया, ये कैसे संभव

सारा सारा दिन मेरा दिल नही लगदा बाबा, सारी सारी रात तेरी बात मेरा दिल करता है बाबा, तेरा धाम

कान में कुडंल, गले वैजयंती,हाथ भालो सोवे थारे सिर पर मुकूट हे प्यारो बापजी भक्ता रो मन मोवे मास भादवो

श्याम धनि के दवार जो भी आएगा, मुँह मांगी भक्तो मुरादे पायेगा, ये द्वार है जग से न्यारा लगता है

खाटू के रस्ते पर देखो भीड़ भड़ी है भगतो की नाच नाच कर आती देखो टोली श्याम के भगतो की