
मैं तो तेरी कठपुतली तेरा हुकुम बजाऊंगा
मैं तो तेरी कठपुतली तेरा हुकुम बजाऊंगा, तुम ढोर हिलाना सांवरिया मैं नाच दिखाऊ गा, मेरा वजूद कुछ नही मैं

मैं तो तेरी कठपुतली तेरा हुकुम बजाऊंगा, तुम ढोर हिलाना सांवरिया मैं नाच दिखाऊ गा, मेरा वजूद कुछ नही मैं

तू खाटू का है वासी भगतो को है तू प्यारा, दीनो के नाथ तू सुनले तुझपे है भरोसा हमारा, तेरे

बाबा श्याम की नगरी में, भगतो धूम मचाओ रे बाबा श्याम की, धूम मचाओ रे के भगतो रंग बरसो बाबा

मुझे ले चलो जहाँ तुम बाबा वही चलूगा, जिस हाल में भी रखु उस हाल में रहुगा, मुझे ले चलो

ओ खाटू के राजा,जरा नीले चढ़ के आजा, भगत रहे हैं पुकार तेरे आवन की खातिर बिछाये, आँखे राहों पर,बाट

मेरा सांवरा देता सबको ख़ुशी से, दातारा ऐसा है ये कहे न किसी से, मेरा सांवरा देता सबको ख़ुशी से,

खाटू में है मंदिर तेरा जग पे राज तुम्हारा है, निर्बल का बल निर्धन का धन हारे का सहारा है,

खाटू वाले श्याम कस के पकड़ियो मेरा हाथ, ये हाथ कभी न छूटे ये साथ कभी न छूटे दिन हो

श्याम बाबा के भगत कितने बढ़ गये, जो ज़मीन पे थे वो आसमा पे चढ़ गये, जिसने किया भरोसा वो

बाबा श्याम की नज़र का हुआ है कर्म, मिला का दिल को सकूं हुए दूर सारे गम, मेरी ख़ुशी का