
भीगी पलकों तले सेहमी ख्वाइश पले
भीगी पलकों तले सेहमी ख्वाइश पले, मंजिले ला पता श्याम कैसे चले, ऐसे में सँवारे तू बता क्या करे गाहव

भीगी पलकों तले सेहमी ख्वाइश पले, मंजिले ला पता श्याम कैसे चले, ऐसे में सँवारे तू बता क्या करे गाहव

साथ तूने दिया, साथ जब छोड़ा मेरा सब ने साथ तूने दिया, मेरे सरकार मुझे दुःख में थाम तूने लिया,

बांध ले ओ साफो,कस ले रे घोड़ो तो कस ले ओ श्याम थारे बागे की तन्नी कीर्तन में पधारो महारा

ग्यारस के ग्यारस बुलाया करो, बाबा तरस हम पे खाया करो, हमे प्रेम का रस पिलाया करो , बाबा तरस

मेरी अर्जी पे मर्जी लगा दे मेरे खाटू वाले श्याम फिरसे दुनिया को प्रेम सिखाने इक वार आजा मेरे श्याम,

अरे काम कोई भी कर नही पाया घूम लिया संसार में, आखिर मेरा काम हुआ बाबा के दरबार में, अरे

दयो दर्शन घनश्याम श्याम भक्तन प्रतिपाली जी, थे रख ल्यो मेरी बात रात या आधी चाली जी, दयो दर्शन…. थे

कोई पूछे के श्याम से रिश्ता है क्या कह देना साफ़ उनसे, यार लगा नी सोहना यार लगदा, बाबा की

सूरज से किरणों का रिश्ता सीप से मोती का तेरा नेरा वी रिश्ता जो आँख से ज्योति का मैं दिल

बरसो से यो दिन आयो हिवड़े में हित समायो ठाकुर पधारिया म्हारे अंगना, मोर मुकट पे थारे सोवे के लंगी