
श्याम भगतो क्यों थारे हाथ ये खाली रे
श्याम भगतो श्याम भगतो श्याम भगतो, प्रेमी होकर क्यों चुप बैठा बजा ले थोड़ी ताली रे, श्याम भगतो क्यों थारे

श्याम भगतो श्याम भगतो श्याम भगतो, प्रेमी होकर क्यों चुप बैठा बजा ले थोड़ी ताली रे, श्याम भगतो क्यों थारे

जब तेरे दिन कुछ ठीक ना होंगे अपने भी नज़दीक ना होंगे जब करेगा ना कोई तुझे याद सहारा तुझे

भगतो ने हिल मिल कर दरबार सजाया हे बस कमी आपकी,श्याम आ जाइये,२ भगतो ने हिल मिल कर………….. लटके फूलो

लीले घोड़े रा असवार श्याम थाने याद करा, ओ महारा ये ही पालनहार श्याम थाने याद करा, कीर्तन की ये

सारी दुनिया के श्याम तुमसे काम चलते है, तेरे रुतबे को प्रभु हम प्रणाम करते हैं तेरी महिमा को मैंने

खुल व दे खाटू वाला मेरी साठ करोड़ की लौटरी खुलवादे खाटू वाला, आसाम हो या हरयाणा गुजरात हो या

इतना सजो न मेरे सेठ सँवारे कही नजर न कोई लग जाए, इस लिए जयदा देर रुकता नहीं कही नजर

हाथो में लेकर निशान बाबा हम तो खाटू धाम दर तेरे आयेगे फागुन मेले में धूम मचाएगे हाथो में लेकर

काल रात ने सुपनो आयो बाबो हे ले मारे मंदिर में मेरो मन नही लागे मन्ने ले चालो सागे भगत

मुझे श्याम तेरा सहारा ना होता, तो दुनिया में मेरा गुजरा न होता, जीने को जीते थे प्रभु मर मर