
खाटू में बैठा बाबा श्याम स्वर्ग से सुन्दर इनका धाम
खाटू में बैठा बाबा श्याम स्वर्ग से सुन्दर इनका धाम हारे का साथी ये यारों का यार मेरे श्याम की

खाटू में बैठा बाबा श्याम स्वर्ग से सुन्दर इनका धाम हारे का साथी ये यारों का यार मेरे श्याम की

ना कोठी बंगले मांगू मैं बस इतना करदे काम मेरा, तेरे धाम पै आना जाना लगा रह बस श्याम मेरा……….

अब तो दर्श दिखा श्याम जी, छोड़ के सारी मोह माया तेरे दर पे आन पड़ा, अब तो दर्श दिखा

फागण आयो रे चलो बाबा के दरबार जी, फागण आयो फागण देखो रंग रंगीलो, फागण आयो रे……. फागण मॉस है

बाबा सुन बाबा मेरी दिल की पुकार, तेरे होते हुए क्यों बाबा जाता हु मैं हार मैंने सुना है श्याम

मुझे सबकुछ मिला हे मेरे सँवारे, ज़िंदगी बनगी खाटू आने के बाद, मैं क्या था और तुमने बना क्या दिया,

म्हारो बाबो रे माहरे सागे चले है माहरे आगे चिंता न कोई बात की , यो लीलो असवार लुटावे गहनों

है प्रेम जहां की रीत सदा, में गीत वहां के गाता हूं, खाटू में आता जाता हूं, और बाबा के

जब मैं हु तेरा और तू है मेरा, फिर है क्यों फंसला संवारे, राह देखू तेरी हर पल हर घडी

तुमसे मिलने को दिल करता है ओ बाबा तुमसे मिलने को दिल करता है खाटू आने को दिल करता है,