
दर्शन को अखियाँ प्यासी
दर्शन को अखियाँ प्यासी है कब दर्शन होगा श्यामधनी, मुझ निर्धन के घर आँगन में कब आवन होगा श्याम धनि

दर्शन को अखियाँ प्यासी है कब दर्शन होगा श्यामधनी, मुझ निर्धन के घर आँगन में कब आवन होगा श्याम धनि

श्री श्याम मंदिर खाटू का है जन्नत से है प्यारा , जन्नत से है प्यारा ये तो जनत से है

अगर तुम ना होते तो , प्रभु क्या होता, तुमारी कृपा से , चलती है नैय्या, तुमारी कृपा प्रभुवर हम

हुआ दूर गम उसको आराम आया, बंदा जो भी खाटू धाम आया, खाटू का धाम भी क्या हसि धाम है,

किसी की नैया का मांझी बन जाता है, किसी के जीवन का साथी बन जाता है, जो प्यार करता है

मेरे हालात पर तूने जब साँवरे…. अपनी नज़रे घुमाई मज़ा आ गया…. हो गयी यूँ तेरी मुझ पे नज़रें क़रम…

बाबा तुझसे मिलने को ये दिल तरसता है बाहर खुश रहता है अंदर दिल ये रोटा है याद करूँ तुझे

बाबा श्याम तेरा धाम प्यारा प्यारा तुहि है हारो का सहारा, तू वीर बलि बलशाली है महिमा अजब नारली है,

कहीं परहो श्यामसांवरा, कही कन्हैया बनके , कहीं पे हो मुरलीवाला, कहीं गिरवर धरके.. कितने कितने नाम तुम्हारें, कितने प्यारे

श्याम जी का करने दीदार चली रे मैं तो अपने बाबा के द्वार चली रे बाबा श्याम धनि सरकार की