श्याम सा दानी जगत में
श्याम सा दानी जगत में और दूजा है नही, और दूजा है नही रे और दूजा है नही, मांग लो
श्याम सा दानी जगत में और दूजा है नही, और दूजा है नही रे और दूजा है नही, मांग लो
नैणा रा साथी सपना श्याम मिलादे श्याम मिला दे घनश्याम मिलादे रे, नैणा रा साथी सपना श्याम मिलादे अकेले न
किरपा करो किरपा करो किरपा करो मेरे श्याम, तेरे दर पे आया बाबा रखदे सिर पर हाथ, किरपा करो किरपा
श्याम बाबा मुझे तेरा सहारा मिल गया होता मेरे जीवन की नैया को किनारा मिल गया होता श्याम बाबा मुझे
मेरा तुम्हारे सँवारे रिश्ता अजीब है, दुनिया में तू ही एक तो मेरे करीब है झूठे जगत में में सनवारे
चुनरी जयपुर से मंगवाई , हाथ में श्याम की ध्वजा उठाई, बना के झोला कुरता पयामा साथ में अपने धनि
कहाँ रखोगे बाबा हारों की अँसुअन धार तेरा श्याम कुंड भी छोटा पद जायेगा सरकार हारों की आँखें कभी थकती
तीन वान है तेरे हाथ में इनमे इक चलाओ श्याम महामारी जो आई देश में इस से हमे बचालो श्याम
नौकर रख ले साँवरे, हमको भी एक बार बस इतनी तन्वखा देना, मेरा सुखी रहे परिवार । तेरे काबिल नही
बाबा तुमसे हो गया है प्यार क्या करें बोलो तो जिये बोलो तो मर जाये बाबा तुमसे हो गया है