बोलो तो सही, बोलो तो सही
बोलो तो सही, बोलो तो सही ॥ क्यूँ रूठ्या हो बाबा आंख्या खोलो तो सही बोलो तो सही, बोलो तो
बोलो तो सही, बोलो तो सही ॥ क्यूँ रूठ्या हो बाबा आंख्या खोलो तो सही बोलो तो सही, बोलो तो
आ गया खाटू वाला वो आ गया खाटू वाला, मोहन मुरली वाला वो नीले घोड़े वाला, आ गया खाटू वाला
खाटू की मिट्टी का तिलक लगा के, मैं धन्य हुई श्याम मेरे ने मैं दीवानी घूम रही तेरे नाम की
दिल मे तो श्याम नाम की ज्योति जलाके देख, आयेगा मेरा सॉवरा दिल से बुला के देख, किस्मत के ताले
तर्ज – मेरे दोस्त किस्सा ये क्या हो गया एक नजर श्याम देखो जरा। जीवन मेरा ये सँवर जायेगा। सुना
जाते हैं जो खाटू धाम बण जाते काम रे हारे हुओ मंजिल है खाटू का धाम रे जो भी खाटू
पकड़ो मेरा हाथ चना साथ साथ ओ मेरे दीनानाथ बनके तू हमसफ़र तुमसे अगर हो जिसका खिवैया डूबेगी कैसे जीवन
श्याम तेरी लगन जो लगी तो अगन भी लगे बर्फ सी तेरी परशाई हम पे बिछी जो मिठाई पे वो
जीमो जीमो साँवरिया थे, आओ भोग लगाओ जी, बाँसुरिया की तान सुनाता, छम छम करता आओ जी, जीमो जीमो साँवरिया
तेरी सेवा की बस एह कन्हियाँ, तुमसे इतनी सी कीमत मैं चाहू, जब भी लू जनम इस जहाँ में दास