
तेरी सेवा की बस एह कन्हियाँ
तेरी सेवा की बस एह कन्हियाँ, तुमसे इतनी सी कीमत मैं चाहू, जब भी लू जनम इस जहाँ में दास

तेरी सेवा की बस एह कन्हियाँ, तुमसे इतनी सी कीमत मैं चाहू, जब भी लू जनम इस जहाँ में दास

हारे का तू बन के साहरा आ जाता, मैं भुलाता हु पर फिर भी तू आता ना, दास तेरे का

मैं तो हूँ भिखारी बाबा तेरे द्वार का टूटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का बड़ी आस लेके दाता

खाटू से निकलते ही कुछ दूर चलते ही, जाते कदम क्यों ठहर ग्यारस को आना है ये जानता हु मैं,

करले भक्ति तू दिल से मेरे श्याम की तेरी किस्मत बदल जाए गी बावरे, इसने लाखो को तारा है मझधार

मेरे श्याम की रहमत का रहता सदा साया है, सुख दुःख में बाबा ने मेरा साथ निभाया है, जब से

श्याम तेरा रूप बड़ा प्यारा मैं तो दिल हारा देखा तुझे रे, प्यारा प्यारा तेरा है नजारा चमके जो सितारा

श्याम धणी दातार है, मांगलो सबको मिलेगा ये सच्चा दरबार है, चलो रे चलो रे खाटू धाम रे, मकराने के

हर घर में अब एक ही नाम, इक ही नारा गूंजेगा, सारी दुनिया का बच्चा बच्चा जय श्री श्याम बोलेगा,

तेरे इक झलक के श्याम मुझे दीदार हो जाए, तेरी चोकठ पे दम निकले इतना बस प्यार मिल जाए, प्यार