कभी ये ग़म में कभी ख़ुशी में
कभी ये ग़म में कभी ख़ुशी में निकल ही जाते है चार आंसू, मगर कन्हियाँ तेरे प्यार में निकले है
कभी ये ग़म में कभी ख़ुशी में निकल ही जाते है चार आंसू, मगर कन्हियाँ तेरे प्यार में निकले है
लो आ गया अब तो श्याम मैं शरण तेरी, मैं शरण तेरी मैं शरण तेरी, जाने कहा कहा पर भटका
खाटू वाले सांवरे मुझे अब दरश दे दीजिये हार के आया जगत से अब शरण ले लीजिये खाटू वाले सांवरे
श्याम आए नहीं, मैं बुलाता रहा नाम लेकर आवाजें ,लगाता रहा शीश चरणों में उनके, झुकाता रहा श्याम निर्मोही नजरें,
खाटू वाले की जय, श्याम प्यारे की जय बोलो शीष के दानी की जय जय जय खाटू वाले की जय,
शिलसिला खाटू में बाबा आने का टूटे नही, श्याम के भगतो प्यारा साथ ये छुटे नही, भाव भगती की यहाँ
रंग बिरंगी होली देखो बरसे अबर गुलाल एसो सजा संवारा मेरा लागे बडो कमाल होली खेल रही खाटू नगरिया अंग
मेरे दिल का अरमान मैं तेरा हो जाऊ, ओ मेरे खाटू वाले श्याम मैं तेरा हो जाऊ, ये पहली है
देख के तुझको दिल मेरा तेरा हो गया, जैसे जीवन में सवेरा हो गया, तेरे गलियों में अब डेरा हो
थारी चकारी करुँ में खाटू वाले श्याम जी, अपने प्रेमियों में महारा भी लिखा लो नाम जी थारा हुकम भजाऊ