
अच्छा हुआ मैं तेरे द्वार आया
अच्छा हुआ मैं तेरे द्वार आया, कभी जो न सोचा था वो मैंने पाया, अच्छा हुआ मैं तेरे द्वार आया,

अच्छा हुआ मैं तेरे द्वार आया, कभी जो न सोचा था वो मैंने पाया, अच्छा हुआ मैं तेरे द्वार आया,

खाटू से बुलावा आया है श्री श्याम ने हमको बुआया है खाटू से बुलावा आया है चलो जल्दी खाटू धाम

बाबा थारे रूप के आगे माहने चंदा फीका लागे, श्याम रूप थारो दिल में समा गयो, शीश मुकट की छटा

श्याम सूरत है कितनी भली देखने सारी दुनिया चली चली चली चली चली खाटू चली चली चली चली चली खाटू

श्याम लोह लगा कर देख ये तेरे साथ चल देगा, तेरी आँखों का हर आंसू सांवरा मोती कर देगा, जिसे

फागुन में मस्ती की छाई बहार भक्तों के मन में है खुशियां अपार खेलेंगे तुम संग होली आई है बाबा

मेला आ गया श्याम धनि का को न देर लगावा, पप्पू की मम्मी सुन ले आपा भी खाटू जावा, हाथ

हारे का है सहारा मेरा श्याम मुरलीवाला बिगड़ी मेरी बनाएगा दर्शन बिना तुम्हारे अखियाँ तरस रही है इक आस कर

ग़म का अँधेरा ये जल्दी ढल जाएगा मन में भरोसा है मेरा बाबा आएगा लीले चढ़ आएगा मेरी लाज बचाएगा

दर्शन करने आये दर्शन करके जायेगे श्याम के दरबार से झोली भर कर जायेगे बहुत दिनों से थी अभिलाषा श्याम