
आ गया लो मेला मेरे श्याम का
अब न प्यारे वकत है आराम का , आ गया लो मेला मेरे श्याम का, श्याम ध्वजा जो लहराई प्रेमी

अब न प्यारे वकत है आराम का , आ गया लो मेला मेरे श्याम का, श्याम ध्वजा जो लहराई प्रेमी

मेरा खाटू वाला श्याम धणी भक्तों का पालनहारी है भक्तों का पालनहारी है मेरा बाबा लखदातारी है मेरा खाटू वाला

तेरी रहमत का है ये असर संवारे, मुझे अब न है कोई फिकर संवारे, मैं जो आया तेरे दर और

हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है, जीतूगा एक दिन मेरा दिल ये कहता है, मेरे माजी बन जाओ मेरी

होगा तुमसे प्यारा कौन हमको तो तुमसे है, अरे हे कान्हा हे कान्हा प्यार, सांसो की रवानी कहती है ये

श्याम बाबा के दर जाउंगी बुलावा आया खाटू धाम से, संग लेके मैं निशान जाउंगी बुलावा आया खाटू धाम से,

देखलो आवाज़ देकर सुनके दौड़ा आएगा देखलो आवाज़ देकर ……….. देखलो आवाज़ देकर सुनके दौड़ा आएगा आके तुझको सांवरा आपने

सूरजगढ़ निशान के निचे जो भी आया है , खाटू वाले श्याम ने उसका भाग्ये जगाया है, ना जाने कितने

ये सांवरा हारे का सहारा लखदातार बाबा ये श्याम हमारा ये सांवरा………….. तीन बाणधारी है लीले की सवारी है है

मेरी विनती सुनो एक बार ओ खाटू वाले मैं आया तेरे द्वार ओ खाटू वाले मेरी विनती सुनो एक बार