बाबा श्याम की चौपाइयाँ
खाटू नरेश अहिलावती नंदन कर हूं प्रणाम तुम्हें शत शत वंदन श्याम श्री श्याम मेरे खाटू वाले श्याम सिमरहू श्याम
खाटू नरेश अहिलावती नंदन कर हूं प्रणाम तुम्हें शत शत वंदन श्याम श्री श्याम मेरे खाटू वाले श्याम सिमरहू श्याम
मेरा सारा जीवन दरबार के लिए, खाटू वाले श्याम सरकार के लिए, आप की शरण मुझे जबसे मिले, बिन पतवार
साथी एक तू ही मेरा श्याम है सारा जग विनती करता, याहा ना मिला कभी वाहा न मिला तेरा ही
छोटे से मंदिर में बाबा करता बड़ा कमाल है जो आया मालामाल है नैनवा निहाल है छोटे से मंदिर में
मांगना हो तो मानगो इस दरबार से श्याम सरकार से, दुनिया में दानी कोई दूसरा नहीं है, जो शीश दान
आया जन्मदिन आया, भगतो का मन हर्षाया छाई है खुशीआं अपार, गाओ जी गाओ मंगलाचार भगतो ने मिल जुल कर
श्याम जी विपदा क्यों सताती है, मुश्किलों में जान जाती है, कोई ना जिनका वो किसको सुनाये, हालत अपने वो
कलयुग में साँचा बाबा का नाम है, पल भर में ये करता भक्तो का काम है, इस की महिमा न्यारी
मांगू तो क्या मांगू सँवारे तोसे सँवारे, मेरी दिल की तू सारी बाते जान ता, मांगू तो क्या मांगू सँवारे
चलो रे चलो चले चुलकाना धाम, यहाँ के कण कण में है वस्ते मेरे बाबा श्याम, याहा प्रगटे थे शीश