
चलो चले चुलकाना धाम
चलो रे चलो चले चुलकाना धाम, यहाँ के कण कण में है वस्ते मेरे बाबा श्याम, याहा प्रगटे थे शीश

चलो रे चलो चले चुलकाना धाम, यहाँ के कण कण में है वस्ते मेरे बाबा श्याम, याहा प्रगटे थे शीश

सुख हो या दुःख हो तेरा शुक्र मनाऊं सर झुकाके मेरे श्याम तुझे दिल की सुनाऊँ अच्छे चाहे बुरे तू

सेवक ल्याया जी सांवरिया थारो भागो बेहरो जी हिवडे माहि चाव घनेरो थाणे भाया जी सेवक ल्याया जी सांवरिया बागो

दरश दीवानी म्हारी आँखड़ली सांवरा जोवा मैं तो नित थारी आँखड़ली सांवरा इक झलक दिख ला दे दिलदार संवारा या

तर्ज-कब आएगा मेरा सांवरिया प्रभु प्रेम बनाये रखना, चरणों से लगाए रखना एक आश तुम्हारी हे,विश्वास तुम्हारा हे तेरा ही

सब की लाज बचावे बाबो तेरी भी सुन लेवे गो, तेरे जीवन की नैया ने बन कर माझी खेवे गो,

जिनका दिल मोहन की चौखट का दीवाना हो गया इस जहाँ से दूर उनका आशियाना हो गया कर लिया दीदार

खाटू वाले तेरा भोग लगाऊँ, मूडल वाले तेरा भोग लगाऊँ, भोग लगाऊँ बाबा तुमको बुलाऊ, हे श्याम तेरा भोग लगाऊँ,

शृंगार तेरा लखदातार किसने किया रे, सिर मोरछड़ी प्यारी लागे मन मोह लिया रे, शृंगार तेरा लखदातार किसने किया रे

सँवारे सलोने तेरे नैन कजरारे, इन में ना जाने कही खो गया है मेरा दिल, इनमे ना जाने कही खो