हम उस श्याम धनि के फैन
जिनकी किरपा रहती हर पल, आठों पेहर दिन रेन हम उस श्याम धनि के फैन, जिनकी किरपा रहती हर पल,
जिनकी किरपा रहती हर पल, आठों पेहर दिन रेन हम उस श्याम धनि के फैन, जिनकी किरपा रहती हर पल,
तुमसे है बाबा हर ख़ुशी अपनी, तूने सजा है ज़िंदगी अपनी, तुमसे है बाबा हर ख़ुशी अपनी, तेरे पास आये
(तर्ज: श्याम धणी आने में…..) कृपा की तेरी बाबा कोई पार ना पायेगा , उलझन तू ना मेट सका तो
धरती को अम्बर से जोडे, उसका नाम मोहब्बत हैं, शीशे को पत्थर से तोङे , उसका नाम
मैं जबसे तेरा साँवरा हो गया, कल क्या था मैं आज क्या हो गया, जीवन की बगियाँ सुखी हुई थी,
खाटू वाले श्याम धनि ते यारी हो गई रे, ऐसा यार मिला ज़िंदगी घनी प्यारी हो गई रे, जितनी खुशियां
चलो जी चलो खाटू इक बार, हो जायेगा तुम को भी सँवारे से प्यार, हम को हुआ है तुम को
तर्ज:-हे दुःख भंजन मारुति नंदन मोरवीनंदन,करूँ तेरा वंदन,दे सेवा तेरे द्वार ये विनती तुमसे बारम्बार याचक बनके द्वार खड़े हैं
बाबा तेरी अमर कथा वेदो ने बखानी है, मैं दर का भिखारी हु तू तो शीश का दानी है मैं
खाटू वाले हमे बुला ले इकबार खाटू धाम आसरो थारो है खाटू वाले हमे बुला ले इकबार खाटू धाम आसरो