
खाटू वाले से यारी
श्याम से ही पहचान हमारी हारे का साथी वो तो लखदातारी खाटू वाले से मेरी हो गयी है यारी… ग्यारस

श्याम से ही पहचान हमारी हारे का साथी वो तो लखदातारी खाटू वाले से मेरी हो गयी है यारी… ग्यारस

कर्फ्यू लग जायेगा,कर्फ्यू लग जायेगा, कर्फ्यू लग जायेगा भीड़ लगी भारी खाटू में के करवावेगा, ओ सावरे कर्फ्यू लग जायेगा,

एक दो तीन चार !!! याद नहीं हो रहा..क्या करूँ यार?? अच्छा ! मैं तुम्हे सीखाता हूँ भजनों वाली गिनती

आयो मेरो श्याम हम तो प्यार से रिजाये गये, हम मिल कर खाटू जायेगे आयो मेरो श्याम, हारे का सहारा

ऐ मेरे सँवारे तू बात रास्ता, हार के आया हूँ अब दे आसरा, ना कोई मेरा तू बन जा साथी

बाबा ने चरणों से जबसे लगाया है मुझे, पहले तो मे काबिल ना था काबिल बनाया आपने, आपकी रहमत जोह

किस्मत बुलंद रातो रात हो गई, सारे कहते है की करामात हो गई, जबसे तेरी मेरी मुलाकात हो गई, सारे

डोरी खेंच के राखिजे,यो हे बाबा को निसान पैदल चालणिये के सागे चाले बाबो श्याम श्याम को निशान बड़भागी उठावे

फागुन के रंग श्याम के संग में अच्छे लगते है, दर पे श्याम के जब मेले लगते है, लेकर के

ऊँगली पकड़ के ले आया मुझे, खाटू नगरी घुमाया मुझे, श्याम ओ मेरे श्याम मैं तेरा लाडला , देखि ऐसी