कट ता नही दिन रात नही होती
जिस दिन संवारे से बात नही होती कट ता नही दिन रात नही होती लगता नही है दिल श्याम के
जिस दिन संवारे से बात नही होती कट ता नही दिन रात नही होती लगता नही है दिल श्याम के
प्रभु श्याम बचा ले मेरी नाव फसी मजधार में , अब आके पार लगा दे मेरा कोई नही संसार में,
श्याम की अदालत में अर्जी जो लगता है, हारी हुई बाजी भी वो प्राणी जीत जाता है, जो आ गया
हे रे खाटूवाला रे तेरे दर पर रौनक हो रही सी, पितर मोर पहियाँ बोले कोयल कु कु कर रही
मुझको निहारो प्यार से इक बार संवारे, हारा हु मैं तेरी मुझे दरकार संवारे मुझको निहारो प्यार से इक बार
सुनले बाबा बात मेरी कानो में तेरे पड़ जाये, कैसा हो गर मंदिर तेरा और थोरा सा बड जाये ॥
मेरे सिर पे सदा तेरा हाथ रहे, खाटू वाले तू हमेशा मेरे साथ रहे ये दुनिया हो के वो दुनिया
तेरी रहमतो के साए जब से करीब आये राहो में थे अँधेरे अब तारे जग मगाए, एहसान तेरे मुझपर होने
खाटू का द्वार सुपरस्टार साँवरे, हर ग्यारस करू इंतज़ार सँवारे, खाटू का द्वार सुपरस्टार साँवरे, खाटू मंदिर श्याम विराजे शोभा
आओ भगतो तुम्हे बताये कौन है शीश का दानी,. खाटू वाले श्याम की सुन लो अमर कहानी, महाभारत के काल