श्याम प्रेमी तू खाटू ले चल
श्याम प्रेमी तू खाटू ले चल लू मेरे संवारे की खबर, उसने खाया पीया के नही जागा होगा वो रात
श्याम प्रेमी तू खाटू ले चल लू मेरे संवारे की खबर, उसने खाया पीया के नही जागा होगा वो रात
मेलो श्याम को खाटू में लाग्यो, फागण आयो रे मेलो श्याम को, फागण आयो, फागण आयो फागण आयो रे, मेलो
मोर मुकुट को सज़ा कर सर पे श्याम आ गए, कलयुग के अवतार श्याम जी सबको भा गये, कृष्ण कन्हैया
कन्हैया रुलाते हो जी भर रुलाना, मगर आंसुओ में नजर तुम ही आना, तुम्हारे है ये चाँद तारे हज़ारो, तुम्हारे
खाटू बाबा बड़े निराले सब डिवॉन में भोले भाले उंच नीच ना देखे कोई सबको करते प्यार भरलो भरलो झोलियाँ
तेरे जैसा यार कहां, कहां ऐसा याराना, प्रेमियों का प्रेमी है, दीवानों का दीवाना, मेरी जिन्दगी संवारी, मुझको गले लगा
मैं भूखा हु भाव का मांगू छप्पन भोग नहीं, जिनके मन में भाव नहीं वो मेरे लायक लोग नहीं, लेकर
श्री खाटूश्याम वंदना हाथ जोड़कर विनति करू सुनियो चित्त लगाये, दास आ गयो शरण
मेरी बस इक ख्वाइश है चाहे दुनिया बदल जाये, के सिर मेरा हो दर तेरा हो बाबा हर दम निकल
रिश्ता हमारा श्याम से कितना अजीब है, वह बैठा खाटू धाम में फिर भी करीब है, रिश्ता हमारा श्याम से