बाजरे की रोटी खाले श्याम
बाजरे की रोटी खाले श्याम, के चूरमा ने भूल जावे लो, जाटनी के हाथ की बनी रे कमाल की, संग
बाजरे की रोटी खाले श्याम, के चूरमा ने भूल जावे लो, जाटनी के हाथ की बनी रे कमाल की, संग
मेरी बिगड़ी बनाने वाला, मेरी किस्मत जगाने वाला, एक तू है एक तू है इक तू ही तो है, तेरे
सुप्रीम कोर्ट है श्याम तेरा दरबार ये, अर्जी सुनता सबकी सरकार ये, लिख लिख अर्जी देता है संसार ये, बड़ी
कैंया रीझे श्याम रिझाने कोणी जाणु में रिझाने कोणी जाणु में मनानो कोणी जाणु में कैंया रीझे श्याम रिझाने …….
सांवरिया ये दिल तुझे पुकारे सुबहो शाम आठो याम, बंधन वार लगे दरबार सजे, मेरा श्याम सजे शृंगार सजे, बाबा
किसको कहूं मैं अपना किसको कहु पराया, हर एक सख्श ने है दिल मेरा दुखाया, किसको कहूं मैं अपना, तेरे
नित के दर्शन होंगे बाबा खाटू के दरबार, श्याम तेरी फोटो छपी अखबार, छपे है नीले रे असवार, फ्रंट पे
तेरी किरपा से चलता गुजारा बाबा हमारा, सिर पर रहे बाबा हाथ तुम्हारा, तेरी किरपा से चलता गुजारा बाबा हमारा,
खाटू वालो श्याम रात सुपने में आगियो रे, भाई रे मने जी सो आ गियो रे, जैसे ही घर श्याम
बल्ले बल्ले खाटू मे कमाल हो गया, बैठा खोल खजाना मेरा बाबा, बल्ले बल्ले खाटू मे कमाल हो गया कलयुग