बाबा मेरा भाव का भूखा
बाबा मेरा भाव का भूखा भाव ही सार है भाव से इसे भजो ये करता भव पार है, भगतो के
बाबा मेरा भाव का भूखा भाव ही सार है भाव से इसे भजो ये करता भव पार है, भगतो के
जब कोई नहीं आता तब आता यही है, माझी बन नइयाँ पार लगाता यही है, के हारे का सहारा यही
सँवारे की महफ़िल लगे खाटू में, ग्यारस पे खाटू में आकर तो देखो, सँवारे की महफ़िल लगे खाटू में, हारे
खाटू वाला मेरा एकलौता रिश्तेदार है, अपने झूठे पराये झूठे झूठा ये संसार है, मेरा खाटू वाला मेरा इकलौता रिश्तेदार
दोहा… बाटड़ल्या थारी जोवती म्हारी आंखड़ल्या दिन रात भक्ता उडिक साँवरा तो कोई करल्या मनड़ारी बात
खुश हो जाये सँवारा तो संवारा हर ठाठ देता है, जयदा उड़ने वालो के पर ये काट देता है, इस
दानी तुम हो याचक हम हैं जो तुम संग हो तो क्या ग़म है ………… लाज मेरी तुमको बचानी करदो
किये है किसे खूब शृंगार लगे दूल्हे से श्याम सर्कार, गले में है फूलो के हार पेहन के बैठे लखदातार,
सज गई है खाटू नगरी और सज गया श्यामदनि दरबार, मेरे श्याम का आ गया फागण का रंगीला त्यौहार, इक
जग से हारा में तेरी शरण आगेया, मैं तेरा हो गया तू मेरा हो गया, लगा रहा है मुझे जब