
जग से हारा में तेरी शरण आगेया
जग से हारा में तेरी शरण आगेया, मैं तेरा हो गया तू मेरा हो गया, लगा रहा है मुझे जब

जग से हारा में तेरी शरण आगेया, मैं तेरा हो गया तू मेरा हो गया, लगा रहा है मुझे जब

गिरते हुए की तू ही संभाले हारे का है सहारा जो भी डूबा भाव सागर में तूने पार उतारा मुझ

घर से बेघर हो गया दीवाना घर से चल दियां, श्यामा श्यामा केहते केहते गिरता पड़ता चल दियां, घर से

तू तोरण द्वार पहुंच जा वहां खड़े है बाबा श्याम, मंदिर तक ले जायेगे तेरा हाथ पकड़ के श्याम, तू

मेरे बाबा तू इतना बता हो गई हम से कैसी खता, तेरे दर्शन को तरसे है हम हो गया क्यों

मन में इक हल चल है होती याद तेरी जब आती है, कितना भी रोकू मैं बाबा आंख मेरी भर

बाबा तेरा साथ रहे ॥ खुशियों की हो सुबह, चाहे गम की रात रहे, बाबा तेरा साथ रहे… मैं कही

हम कब से पड़े है शरण तुम्हारी सुनलो साँवरिया , हम कोई गैर नही ॥ नौकर तेरे दरबार के हम

संवारा जो साथ में है तेरे हारने की क्यों बात करते हो, लड़ खडाओ गे सम्बले गा तुझे ठोकरों से

आज सुनाओ बाबा को अपने दिल की बात, किस्मत वाल्रे भगतो को मिलती हे कीर्तन की रात, मन में जो