
गई किस्मत सवर श्याम आकर इधर
गई किस्मत सवर श्याम आकर इधर, अब मैं जाओ किधर जब इधर आ गया, बीता दिन मस्ती में रात बीती

गई किस्मत सवर श्याम आकर इधर, अब मैं जाओ किधर जब इधर आ गया, बीता दिन मस्ती में रात बीती

कोई दुःख में करीब न आया, मेरे श्याम ने हाथ बढ़ाया, कोई दिल का हाल ना पूछे, मुझे पग पग

अखियाँ ना चुराओ बाबा मांगने ना आये है, हम तो बाबा आज आपका हाल जाने आये है, बोलो बोलो संवारे

तेरे प्रेम का खज़ाना,जब से मिला है बाबा, वीरान ज़िन्दगी का गुलशन खिला है बाबा, तूने हाथ जबसे पकड़ा कोई

शिंगार आज तेरा मन को बड़ा लुभाता जो भी झलक को देखे खुद को वो भूल जाता शिंगार तेरे बाबा

हारे को एक सहारो है खाटू वालो श्याम, खाटू में बिराजे कलयुग में डंका बाजे, सारी दुनिया से नरयो है

सुबह उठ कर फ़ोन का स्विच ऑन करते है, अरे व्हाट्सअप पे सब भक्तो को श्री श्याम लिखते है, खाटू

श्याम धनि आने मे क्या देर लगाओ गे, इतना समज ले हारे हुए को और हराओ गे, लिखा तेरे मंदिर

खाटू के बाबा श्याम जी मेरी रखो गे लाज, मीरा के घनश्याम जी मेरी रखोगे लाज, एक भरोसो थारो है

मेरी जीवन रुपी बगिया का तू मालिक है श्याम मैं नहीं मुरझा सकता सींचा है तूने श्याम बोलो श्याम……..बोलो श्याम…….