ये विश्वाश मुझे है
मेरे सिर पर सदा रहेगा श्याम तुम्हारा साथ ये विश्वाश मुझे है, श्याम खाटू वाले घनश्याम मुरली वाले, हमने तो
मेरे सिर पर सदा रहेगा श्याम तुम्हारा साथ ये विश्वाश मुझे है, श्याम खाटू वाले घनश्याम मुरली वाले, हमने तो
आई रे आई रे होली आई रे आई रे होली आई सारे भगतो की टोली खाटू में धूम मची, श्याम
ये तीन बानो का धारी केशव का है अवतारी, सारी दुनिया जाने है मेरे श्याम की लख दातारी, मेरा बाबा
साँवरे तुझ पे दिल आ गया है,मुझपे जादू छा गया है, सांवला सा ये मुखड़ा सलोना आत्मा को मेरी भा
मन में उठे हिलारो ये ग्यारस चानन की आ गई सारो गुण वो खाटू आयो मैं सागे आ गई श्यामधनि
जबसे किया भरोसा मैंने मेरे बने सब काम, सुख दुःख का मेरा साथी बन गया मेरा खाटू वाला श्याम, प्रेम
ओ श्याम प्यारे हारे के सहारे आये तेरे द्वारे आये हम, ओ करदे कर्म करदे कर्म, माँ मोरवी का लाल
फागण आयो मन हर्षायो चलो खाटू के दरबार में बाबा के दरबार में , मेरे श्याम के दरबार में फागण
याद क्यों न आये गई क्यों न मुझे रुलायेगी, जब तक जियुगा ये अखियां नीर बहाये गी, याद क्यों ना
साँवरे तेरे दर आया जब हारकर, तूने पकड़ी कलाई मज़ा आ गया ॥ मेरे अपनों ने मुझको सताया बहुत, हसना