
तूने पकड़ी कलाई मज़ा आ गया
साँवरे तेरे दर आया जब हारकर, तूने पकड़ी कलाई मज़ा आ गया ॥ मेरे अपनों ने मुझको सताया बहुत, हसना

साँवरे तेरे दर आया जब हारकर, तूने पकड़ी कलाई मज़ा आ गया ॥ मेरे अपनों ने मुझको सताया बहुत, हसना

आज खाटू में हुआ रे धमाल होता है हर साल सांवरियां होली में, पीले पटके को कर देंगे लाल मले

ओ नीले घोड़े वाले,तेरे खेल है निराले, खाटू वाले तेरा तो जवाब नहीं, हारे का सहारा मेरा श्याम धनि, श्याम

श्याम सरकार का दीदार बड़ा प्यारा है, नीले असवार का दीदार बड़ा प्यार है, श्याम बड़ा प्यारा मेरा बाबा बड़ा

फागण आयो मन हर्षायो चलो खाटू के दरबार में बाबा के दरबार में , मेरे श्याम के दरबार में फागण

क्या सोच रहा तू अकेले में इस बार के फागण मेले में, हाथो में अपने निशान थाम चल श्याम धनि

इक रात मैं दुखी होके सो गया था रोते रोते, सपने में श्याम ने आकर कहा मुझको गले लगा कर,

छोटी सी अर्जी लाइयो मैं सुन लो वनवारी, सबकी तोथे सुनता आया इब सुन लो माहरी, छोटी सी अर्जी लाइयो…

क्या ले कर के आउ मैं तेरे पास रे, मुझे तुजसे मिली है ये उधार सँवारे, मेरा सब कुछ बाबा

बिन मांगे सब कुछ देगा महिमा अप्रम पार, मन में खाली सोच के देखो जे हॉवे दरकार, मेरे श्याम को