
मैं सेवक श्याम तेरा
मैं भक्त निर्बल भगवान तू मेरा मैं सेवक श्याम तेरा जन्म जन्म से रटता तेरा नाम मैं घनश्याम आज तो

मैं भक्त निर्बल भगवान तू मेरा मैं सेवक श्याम तेरा जन्म जन्म से रटता तेरा नाम मैं घनश्याम आज तो

सुना है बाबा दुनिया से तुम हारे के सहारे हो मेरी अरज भी सुनलो बाबा मैं भी हार के आया

मुझे कर दे भव से पार श्याम मेरे खाटू वाले श्याम मेरे खाटू वाले श्याम मेरे लीले वाले मुझे कर

ये मोरछड़ी बाबा की जब सर पे लगती चलता है इसका जादू भक्तों के दुःख हरती ये मोरछड़ी बाबा की

दिल में है श्याम साँसों में श्याम तुझे मैं कैसे भुलाउं बोलो तुम्हे कसिए चाहूँ बाबा ……….मेरे बाबा………. तुम

छम छम नाचती गाती आये थारे दरबार, था पर वारी वारि जाऊ जय हो खाटू श्याम, दर्शन देवो नि सरकार,

सिलसिला खाटू में बाबा आने का टूटे नहीं, श्याम के भगतो का प्यारा साथ ये छूटे नहीं, भाव भगती की

ये दुनिया वाले क्या जाने मेरा आधार लखदातार मेरा आधार लखदातार ….मेरा आधार लखदातार …….मेरा आधार लखदातार नहीं मुझको कोई

थाने मनावा आयो महारा श्याम जी, थाने रे पूजवा आयो खाटू नगरी का श्याम जी मैं तो थाने रे मनावा

तेरी मोरछड़ी का जादू प्यारा प्यारा रूप तेरा मुझको यु भा गया, छोड़ कर सारा जग तेरे दर आ गया,