
खाटू से निकलते ही
खाटू से निकलते ही कुछ दूर चलते ही पाँव तो जाते ठहर, सांवरे की यादो को ले के चले है

खाटू से निकलते ही कुछ दूर चलते ही पाँव तो जाते ठहर, सांवरे की यादो को ले के चले है

आओ श्री श्याम तरस गये नैना तरस गए नैना बरस गये नैना आओ श्री श्याम तरस गये नैना माया जाल

खर्चा भेज दे सांवरिया फागण मेला आया है, फागण मेला आया है मेरा मन हर्षाया है, संग परिवार को लेके

कहाँ रखोगे बाबा हारों की अंसुवन धार॥, तेरा श्याम कुंड भी छोटा पड़ जाएगा सरकार ॥ हारों की आँखें कभी

डोंट वरी हर घड़ी श्याम श्याम बोल, श्याम जापो श्याम जपो सुबह जपो हर श्याम जपो, डोंट वरी हर घड़ी

चाहे जमाना रूठे पर ये लगन न छुटे रहे साथ में सदा साँवरा साथ कभी ना छुटे, दुनियाँ ना मेरे

मेरा तो बाबा है खाटुवाला, कोई इनके जैसा शीश का दानी, हुआ ना होने वाला…… महाभारत का युद्ध हुआ जब

खाटू में उन से मुलाकात हो गयी खाटू में उन से मुलाकात हो गयी श्याम तेरे प्यार की बरसात हो

बाबा श्याम की महिमा न्यारी न्यारा है नजारा, हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा, सारे जहां से हार के जब

कीर्तन की है त्यारी थाने आनो पड़सी श्याम, भक्तो के संग मिल के रंग पड़सी श्याम, देख ये प्यारे महारी