मेरे बाबा तेरी सेवा मर कर भी न छूटे
मेरे बाबा तेरी सेवा मर कर भी न छूटे, सांस चाहे टूटे बाबा दर ये न छूटे, मेरे बाबा तेरी
मेरे बाबा तेरी सेवा मर कर भी न छूटे, सांस चाहे टूटे बाबा दर ये न छूटे, मेरे बाबा तेरी
खाटू से चलकर आजा श्याम समा जा मेरी अखियन मैं खाटू से चल के आजा श्याम समा जा मेरे नैनन
है भरोसा बहुत मुझको श्याम पर श्याम पर, श्याम पर अपने श्याम पर श्याम पर अपने श्याम पर, दिल कुर्बान
दीनानाथ मेरी बात छनि कोणी तेरे से आँखड़ली चुराकर बाबा जासी कठे मेरे से…… खाटू वाले श्याम तेरी सरन में
किसी रोज़ तुमसे मुलाकात होगी तभी तुमसे बाबा दिल की बात होगी प्रेम की कन्हैया वो बरसात होगी तेरे बिन
सच्चे मन से जो भी जब ध्यान लगाए गा, मेरे श्याम को पायेगा, दिया ज्ञान गुरुवार ने वो भव से
श्याम सूरत है कितनी भली देखने सारी दुनियां चली, चली चली चली चली खाटू चली, श्याम सूरत है कितनी भली
थारे पूजे रे संसार म्हारा श्याम धणी सरकार, खाटू में दरबार लगायो भगतो ने थारे खुभ स्जाइयो, थारी ले हु
प्रेम का धागा तुमसे बाँधा ये टूटे ना, चाहे जग रूठे मेरे बाबा तू रूठे ना, ना धन दौलत ना
श्याम अखाड़ों की मर्यादा फिर पहले से ला दो ना ज्योत जगे बाबा थी पावन जिसमे आप विराजो ना श्याम