किसी की नजर ना लगे श्याम सरकार
तुम सझ धज के बैठे हो, किसी की नजर ना लगे श्याम सरकार…. लाल गुलाब के फूलो से किसने तुम्हे
तुम सझ धज के बैठे हो, किसी की नजर ना लगे श्याम सरकार…. लाल गुलाब के फूलो से किसने तुम्हे
चौक पुराओ माटी रँगाओ, आज मोरे घर श्याम आये, ऐ री सखी मंगल गाओ री, धरती अम्बर सजाओ री, आज
हारे का सहारा जय जय बाबा श्याम, मोरछड़ी का झाड़ा लगादे संवारा, सवाली सूरत अब तो दिखा दे संवारा, सांवली
मने इतना बता दे श्री श्याम जी,के लोगे तुम आने का, बात देख रेहा तेरी संवारे भक्त तेरा हरियाने का,
मोरछड़ी जद लहरावे तो भगता की विपदा भागी मोरछड़ी की महिमा भारी भगता ने लागे प्यारी मोरछड़ी जद लहरावे तो
तुम्हें प्रीत मेरी निभानी पड़ेगी, मुझे श्याम अपना बनाकर तो देखो, बिछा दूंगा पलकें राहों में तेरी, कभी मेरी कुटिया
श्याम से मिलना है तो बंदे चल खाटू में चल, ओ बन्दु रे श्याम प्रेमियों की रहती है वाहा हल
मेरे दिल में उठे एक हूँक बाबा मेनू याद आ गया तेरे रंग में रेंज चितचोर बाबा मेनू याद आ
चलो भुलावा आया है बाबा ने भुलाया है, सब हारो का इक सहारा बाबा श्याम कहाया है, चलो भुलावा आया
(तर्ज – दिल के झरोखे में) पलकों की बगिया में तुमको बिठा कर, भावों के भजनों से तुमको रिझा कर,