हरेक ग़म में बाबा तुम्ही याद आये
हरेक ग़म में बाबा तुम्ही याद आये, दुखी जन ने जब भी नीले नैन से पुकारा तुम्हे तो सदा पास
हरेक ग़म में बाबा तुम्ही याद आये, दुखी जन ने जब भी नीले नैन से पुकारा तुम्हे तो सदा पास
मेरे श्याम पिया दिल तुझको दियां तू है मेरा पिया तुझबीण लागे न जिया, तुझे देखु न जब तक आँखों
तेरा श्याम तो तेरे ही घर के मंदिर में बैठा तो क्यों रोता है बीटा मंदिर बंद है तो क्या
तेरे दरबार में दाता बड़ा आराम मिलता है, गम ही गम जमाने में यहाँ पर प्यार मिलता है, बहुत चौखट तो
सँवारे जब से देखा है तुझको आधी पागल सी मैं हो गई हु, तेरी नजरो की मीठी शुरी से प्यारे
एह श्याम खाटू वाले खाटू मुझे भुला ले, अपना बना के हम को अपने गले लगा ले, एह श्याम खाटू
अरमान है श्याम धनी तोसे फाग मनाऊ मैं, तुमसे रंग लगाने को खाटू में आऊ मैं, अरमान है श्याम धनी
बाबा मेरी बेटी को ऐसा घर वार मिले याहा पूजा हो तेरी एसी परिवार मिले बाबा मेरी बेटी को ऐसा
जैसा सुना था वैसा ही पाया आके तेरे गांव रे, ओ सँवारे मेरे ओ सँवारे, जैसा सुना था वैसा ही
जिसकी चौखट पर झुकता ये संसार है उसकी चौकठ के हम तो सेवादार है, ये श्याम से प्रीत लगाने का