उसके भगतो की गद्दी पूरी १५० पे चले,
खाटू जी दरबार गया मैं अजब नजारा देखा, सोना चाँदी के मंदिर में बाबा बैठा देखा, जो भी आया दर
खाटू जी दरबार गया मैं अजब नजारा देखा, सोना चाँदी के मंदिर में बाबा बैठा देखा, जो भी आया दर
सज रहे सेठ सांवरियां रे चलो खेले गे होली, खेले गे होली चलो खेले गे होली, सज रहे सेठ सांवरियां
जब जब फागुन आये हवाएं गुण गुनाये मन में उमंग जगाये, चालो चाले बाबा जी को द्वार, श्याम का मेला
तर्ज: हारे का तू है सहारा साँवरे बाबा तू मेरा और में हूँ तेरा टूटे ना रिस्ता ओ बाबा तेरा
बिगड़ी बनाना जिसका काम है वो मेरा खाटू वाला श्याम है हारे का साथ निभाता शयाम धनि रोते को पल
श्याम तूने इतना दिया जिस का न ठिकाना है जिस का न ठिकाना है जिस का न ठिकाना है, श्याम
लाज बचाता है गले लगाता है ………… मुझे अपने हाथों से संभालता है श्याम मेरी हर मुसीबत को भी टालता
म्हारो साँवरियो दिलदार, म्हारो साँवरियो मन भायी बाबा जी थारी चाकरी, थारा हूँ चाकरीयो म्हारो साँवरियो साँवरियो जी म्हारो साँवरियो……………
सुन ले ओ खाटू वाले दुनिया के है सताये, सब ने रुलाया मुझको इक तू ही तो हसाये, सुन ले
सांवरियो रंगीलो रंगीलो बाबा श्याम, होली खेलन आप चालागा खाटू धाम, फागुन को मेलो यो तो बड़ो अलबेलो चालो जी