
म्हारी राम राम कह दीजो म्हारा खाटू वाला श्याम ने
म्हारी राम राम कह दीजो म्हारा खाटू वाला श्याम ने, खाटू वाला श्याम ने, नीले वाला श्याम ने म्हारा बाबा

म्हारी राम राम कह दीजो म्हारा खाटू वाला श्याम ने, खाटू वाला श्याम ने, नीले वाला श्याम ने म्हारा बाबा

बीता जाए सांवरे हर महीना हर साल, तू इक बार देख ले बाबा तेरे भक्त का बुरा हाल, बीता जाए

सच्चे मन से जो ध्याता है श्याम सहारा बन जाता है श्याम शरण में जो आता है श्याम सहारा बन

मुरली वाला रे मुरारी मोहन या ले नौकरी थारी, या ले नौकरी थारी बाबा या ले नौकरी थारी मुरली वाला

लोग मुझे कहते है खाटू क्यों जाते हो, मैं उनसे कहता हु, खाटू जाने वालो का हर काम हो गया,

दिव्य दर्शन है बाबा का दिव्य ये दरबार है दिव्य श्याम की मूर्ति और दिव्य ये श्रृंगार है दिव्य हैं

श्याम थारी चाकरी म्हारो मान बढ़ावे रे सेवक हु थारो बाबा ये सब देव बतलावे, श्याम थारी चाकरी म्हारो मान

चालो चालो खाटू धाम याहा विराजे बाबा श्याम बनता बिगड़ा हुआ हर काम चालो खाटू जी उचे निचे रेत के

मेरी इस ज़माने में हस्ती ना होती, अगर तुम ना होते अगर तुम न होते, किनारे पे मेरी कश्ती ना

खाटू वाले बाबा सब के भाग्यविद्याता, जो भी दर तेरे शीश झुकाये पाते मेहरबानियाँ तेरी मेहरबानियां, तू है दाता हे