मत ना नाटो जी
मत ना नाटो जी सांवरियां ईब तो खोल तेरो भण्डार, मत ना नाटो जी त्योहार में सब से बड़ो म्हारो
मत ना नाटो जी सांवरियां ईब तो खोल तेरो भण्डार, मत ना नाटो जी त्योहार में सब से बड़ो म्हारो
खाटू वाले सिवा इक तेरे कोई जग में हमारा नहीं है, मैं हु तेरे सहारे सांवरियां दूजा कोई सहारा नहीं
यहाँ वहा सारे जहाँ में तेरा राज है, खाटू वाले श्याम तेरी जय जय कार, तेरे ही तो सर पे
घर घर में है जिसकी चर्चा, हर होंठों पे जिसका नाम है, लीले घोड़े की करता सवारी, जिसे कहते सभी
गम की मारी हु हारी हु तकदीर से मुझे श्याम जी अपना बना लीजिये, ठोकरे खा रही है मेरी जिन्दगी
तेरे जैसा यार यहाँ होती फिर हार कहा, हारे को भी साथ मिले ऐसा दरबार यहाँ, मेरी ज़िन्दगी का हर
मेरा खाटू वाला श्याम बैठा सज धज के सारेया नु देनदा बाबा रज रज के सारेया नु सारेया नु सारेया
खाटू नगरी में उड़ रही धुल धुल मोहे प्यारी लगे, उड़ उड़ धुल मेरे माथांन पे आवे, मैंने तिलक लगाये
मैंने इतना बता दे श्री श्याम जी के लोगे तुम आने का, बात देख रहा तेरी सँवारे भकत तेरा हरयाणे
कब होगा सब पहले जैसा कब मैं खाटू जाऊंगा, कब चरणों में शीश निभा के तेरा दर्शन पाऊंगा, कब होगा