लेके जा तू मेरी खबर
मेरे श्याम एक बारी आजा मेरे घर लेके जा तू मेरी खबर, प्यासी है अखियाँ दर्शन को तेरी टूट ना
मेरे श्याम एक बारी आजा मेरे घर लेके जा तू मेरी खबर, प्यासी है अखियाँ दर्शन को तेरी टूट ना
थारे दर्शन बिना म्हारे श्याम कुछ भी न भावे, भर भर आवे कालजो मेरो याद थारी आवे, संवारे म्हारे संवारे
मैं मोरछड़ी कहलाऊं जब जब भी मैं लहराऊं, भक्तों के कष्ट मिटाऊं अरे जा हट जा रे परै मैं भी
देखो मैंने देखा है एक सपना खाटू के गाव में हो घर अपना कितना प्यारा होगा नजारा क्या होगा होगा
जब जब नसीब रूठा बादल गमो के छाए मुझे तुम याद आये, ऐसे में दुःख का साथी जब एक भी
काम जो थे अटके वो पुरे हो गये, भाव जो थे आधे वो पुरे हो गये, हम भी आप के
सुनो सांवरे दिल मेरा क्या खुशियों का हकदार नहीं, खाटू वाले मेरे दिल की सुनते क्यों फरियाद नहीं, तेरे सिवा
इस दुनिया में बड़े बड़े अजूबे देखे है मगर खाटू वाले के जैसा दरबार नहीं देखा है…………. सुनोजी देखे ताज
हम तो बाबा के भरोसे चलते हैं, ये दुनिया वाले जलते हैं, हम तो बाबा के भरोसे चलते है, बाबा
मेरे बाबा ने बाँधी कमाल पगड़ी, थोड़ी केसरियां थोड़ी सी लाल पगड़ी, लाल पगड़ी कमाल पगड़ी, पचरंगी बाबा की पगड़ी