सज के बैठा श्याम हमारा
सज के बैठा श्याम हमारा लग रहा है प्यारा प्यारा श्याम प्रेमियों को मिली खुशियों की सौगात आया जन्मदिन आयी
सज के बैठा श्याम हमारा लग रहा है प्यारा प्यारा श्याम प्रेमियों को मिली खुशियों की सौगात आया जन्मदिन आयी
दुनियाँ में दातार बहुत हैं दिखलाते दातारी, छोटा मोटा माल कमाकर बन बैठे व्यापारी, सेठों का सेठ खाटू वाला, अपना
चलने लगी है रोजी रोटी खूब मेरे परिवार की, जबसे पार करी मैंने चौखट वो तोरण द्वार की, सोचो क्या
दौड़े आते बाबा श्याम , भगत की लाज बचाने को लाज बचाने को भगत की लाज बचाने को दौड़े आते
एक तमन्ना श्याम हैं मेरी, दिल में बसलूं सूरत तेरी, हर पल उसी को निहारा करूँ, श्याम श्याम मुख से
इक हमारे बांके बिहारी दूजे लख दातार, हमारे दो ही रिश्तेदार, इक बजावे मधुर मुरलियां इक कहावे सेठ सवारिया, इक
फागन की मस्ती चंग ढोल बजे है सतरंगी रंगों के कलश सजे है ग्वालो की टोली लेके कान्हा रस्ते में
आता रहता हूँ मैं दर तुम्हारे मगर कभी तुम भी मेरे घर आया करो सुनते हो सांरे सबके दिल की
आ जाना आ जाना मेरे श्याम तु मेरे घर आ जाना जब मेरे श्याम तु घर मेरे आयेगा ॥
बाबा तेरा द्वार टूटी नाव का किनारा है, तू हारे का सहारा है, पापी बड़ा हु मैं गुमसुम खड़ा हु