
काश मेरा घर हो बाबा
काश मेरा घर हो बाबा, तेरे खाटू धाम में आन बसु मैं भी बाबा-2, तेरे खाटू धाम में खाटू की

काश मेरा घर हो बाबा, तेरे खाटू धाम में आन बसु मैं भी बाबा-2, तेरे खाटू धाम में खाटू की

आ गई हु खाटू बाबा खोल दे तू किस्मत को मैंने देखा है बरसते सब पे तेरी रहमत को इतने

साँची कहु तेरी पूजा से बाबा जीवन में मेरे बहार आई, सब कुछ मिल गया चमन मेरा खुल गया, घर

सुन रे सुन रे खाटू वाला, सुन रे सुन रे मुरली वाला, ओ संवारा राधा का पिया, हमारे मन में

तेरा मेरा साथ है जैसे रुप के संग में रंग है डोर मेरी तेरे हाथों में दास तेरी ये पतंग

मंदिर में है श्याम अकेला हम को खाटू जाने दो, लेने दो अब हाल धनी का और अपना बतलाने दो

क्यू भूल गए श्यामा, मुझे पागल समझ कर भूल गए, पागल समझ कर भूल गए ,श्याम पागल समझ कर भूल

भगता ने दर्श दिखाए गो बाबा मोरछड़ी लेहरएगो, एसो मोरछड़ी को झाडो है कोई मोटो न कोई माड़ो है कलयुग

आज संवारे से होनी मुलाक़ात है कीर्तन की आई रात है, नीले पे हो सवार दर्शन देगा लखदातार भगतो से

खाटू का मेला आया मेरा श्याम देख मुस्काया, रिंग्स से ध्वजा उठा कर फिर श्याम ध्वजा लेहराया, बाबा तो पालनहारा