घुँघरवाले बाल तेरी ठोड़ी में हीरा लाल
घुँघरवाले बाल तेरी ठोड़ी में हीरा लाल, सांवरे क्या कहना सांवरे क्या कहना। गल वैजयंती माल चले तूं टेडी मेडी
घुँघरवाले बाल तेरी ठोड़ी में हीरा लाल, सांवरे क्या कहना सांवरे क्या कहना। गल वैजयंती माल चले तूं टेडी मेडी
सच्चे हिरदये से हो के समर्पित अपने ठाकुर को जो पूजता है, ढूंढ़ता जो सदा सँवारे को संवारा भी उसे
बरस दिना में आवेै री गोरी, होरी आज मनाय लेै री, फागुन के दिन चार सखी,तू रसिया ते बतराय लेै
धीरे धीरे से मेरी ज़िन्दगी में आया धीरे धीरे से दीवाना बनाया कितना प्यार दिया है तूने क्या बताऊँ मैं
सांवरे रसिआ से हो गयी प्रीत हमारी हो गयी प्रीत हमारी सखी रे लागी बहुत प्यारी १. ये रसिआ मोहे
कलाई पकड़ ले पकड़ता ना कोई, पकड़ता ना कोई, तेरे दर्र पे आके, मेरी आँख रोई, मेरी आँख रोई, कलाई
कान्हा जी तोरी मुरली मधुर ना भायेे, कान्हा जी तोरी मुरली मधुर ना भाये, पावन कर् धरि बांस मुरलिया, मोहें
दर्द किसको दिखाऊ कन्हियाँ कोई हम दर्द तुमसा नहीं है, दुनिया वाले नमक है छिडकदे कोई मरहम लगाता नहीं है,
एक झलक दिखला कर अपनी छवि छुपा ले प्यारे, बैठा परदे में बांके बिहारी, बड़ी बड़ी अँखियो से अखियां लड़ाये,
उनकी रेहमत का झूमर सजा है मुरलीवाले की महफ़िल सजी है मेरी झोली भी सरकार भर दो, अपने सब की