आज तो बधाई बाजे रंग महल में
आज तो बधाई बाजे रंग महल में, रंग महल में रंग महल में रंग महल बाजे, रंग महल में राम
आज तो बधाई बाजे रंग महल में, रंग महल में रंग महल में रंग महल बाजे, रंग महल में राम
जब तक मेरे श्याम की कृपा,कौन उजाड़े घर मेरा, जब तक मोहन राम की किरपा कौन जुकादे सिर मेरा, बाबा
हरी नाम के रस को पी पी कर आनंद में जीना सीख लिया आनंद में जीना सीख लिया, आनंद में
निकुंज में विराजे, घनश्याम राधे राधे ll *हो श्याम राधे राधे, घनश्याम राधे राधे l निकुंज में विराजे, घनश्याम राधे
मैं तो नहीं हु काबिल तेरा प्यार कैसा पाउ, बड़ी दूर मुझसे साहिल तेरे पास कैसे आउ, मैं तो नहीं
तेरे दर को छोड़ कर कहाँ जाएं हम, तुम ही बता दो किधर जाये हम, तेरे दर को छोड़ कर
आज मैया यशोदा के द्वार, बधैया बाज रही, कौन पुण्य कर आई यशोदा, गोद भरी करतार, कंचन थार लिये ब्रज
शुकर साँवरे तेरा ये जीवन रहा है गुज़र सांवरे, शुकर साँवरे तेरा…… मैं जब से तुम्हारी शरण में हु आया,
रसना राधे राधे गा राधे राधे गाकर, जग में जीवन सफल बना राधा नाम अमोलक प्यारे जनम जनम के
सोभित कर नवनीत लिए। घुटुरुनि चलत रेनु तन-मंडित, मुख दधि लेप किये। चारू कपोल, लोल लोचन, गोरोचन-तिलक दिये। लट-लटकनि मनु